भले लाख जुस्तजू लिए मेरी नज़र रहे
दिल तुम्हारा बेअसर था बेअसर रहे
क्या और इन्तहा हो, इश्क की,
इश्क था, इश्क हैं, और इश्क अगर रहे?
दिल तुम्हारा बेअसर था बेअसर रहे
क्या और इन्तहा हो, इश्क की,
इश्क था, इश्क हैं, और इश्क अगर रहे?
कौन दीवाना अब मंजिल की तलब रखे?
रास्ता चलता रहे, तू हमसफ़र रहे
सुना सुना जैसा भी,
दश्त तो "नुक्ता" अपना है
लाख रंगीनियाँ लिए मुबारक,
आपको अपना शहर रहे