अपने बेकल नयनों
के सवाल,
सिर्फ इस वास्ते
बे जवाब ही रहने दिए,
के जब भी मिलो,
और पुछ बैठो की
कैसा हूँ मैं,
मेरा जवाब हो,
"ठीक हूँ!"
यूँ भी हुआ था,
जब बिछड़े थे हम दोनों
के सवाल,
सिर्फ इस वास्ते
बे जवाब ही रहने दिए,
के जब भी मिलो,
और पुछ बैठो की
कैसा हूँ मैं,
मेरा जवाब हो,
"ठीक हूँ!"
यूँ भी हुआ था,
जब बिछड़े थे हम दोनों
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