कौन पल हैं? कैसा वक्त? लम्हा कौन सा है?
एक शक्स मुझे क्यों लगता खुदा सा हैं?
वो शक्ल मासूम सी
फरिश्तो की जलन
उसकी हर अदा
पुरवाई का झोंका सा हैं
कौन पल हैं? कैसा वक्त? लम्हा कौन सा है?
एक शक्स मुझे क्यों लगता खुदा सा हैं?
उसे ढाला तुने
किस फन से याखुदा मेरे
सपनो में पला हैं या
माँ की दुआ सा हैं
कौन पल हैं? कैसा वक्त? लम्हा कौन सा है?
एक शक्स मुझे क्यों लगता खुदा सा हैं?
जिंदा हूँ मैं
यकीं ख़ुद मुझे
आता नहीं
ता-क़यामत लम्हा क्यूँ ठहरा सा हैं
कौन पल हैं? कैसा वक्त? लम्हा कौन सा है?
एक शक्स मुझे क्यों लगता खुदा सा हैं?
कौन पल हैं? कैसा वक्त? लम्हा कौन सा है
Author: Kapil Sharma / Labels: ME
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