इस चौखट को,
देखे वो भी
मुझसा घाग,
मुझसा चालाक
सोचे मुझ जैसी
शह औ' मात
हाथी, घोड़े
राजा रानी
सारी चालें
एक सामान
ये अजब
शतरंज चला है
एक रंग सी
दोनों जात
देखे वो भी
मुझसा घाग,
मुझसा चालाक
सोचे मुझ जैसी
शह औ' मात
हाथी, घोड़े
राजा रानी
सारी चालें
एक सामान
ये अजब
शतरंज चला है
एक रंग सी
दोनों जात
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