अंतर्मन
रहगुजर
Author: Kapil Sharma / Labels:
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इक तन्हा सफ़र...
इक मंजिल
दूर इस कदर...
सांसें मद्धम, पड़ती कम
कम होती नहीं रहगुजर...
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रहगुजर
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