उस रात जब तुम छोड़ गए थे

Author: Kapil Sharma / Labels:

उस रात जब तुम छोड़ गए थे
तन्हा काजल संग  इन आँखों से
बहोत कुछ था जो बह चला था
ख्वाब कई सारे,
जो तुम से बाबस्ता थे

अरमान हज़ारों,
ज़िन्दगी के, वफ़ा के
कितने दिन, कितनी रातें,
किस्से, वादें, कितनी बातें
मेघ सारे, सारे सावन
हर श्रृंगार, पूरा यौवन
सारी वजहें मुस्कुराने की
आहट बेवक्त तुम्हारे आने की
वो सब कुछ जो हम में था
वो सब कुछ जो साथ हमने सोचा था
उस रात जब तुम छोड़ गए थे
तन्हा काजल संग  इन आँखों से
बहोत कुछ था जो बह चला था

7 comments:

Anonymous said...

fantastic flow of words

Kapil Sharma said...

thanks :)

Ajit Pandey said...

Wow!! Beautiful!!

Kapil Sharma said...

thank you, Ajit!!!

Shaizi said...

Mann me jo chal rha h use apne shabd de diye..thnx

Kapil Sharma said...

Shukriya Shaizi

एक बोर आदमी का रोजनामचा said...

ACHHEE BHAAV ACHHEE SHABD --

अंतर्मन